Pakistan की politics में बड़ा उलटफेर देखने को मिला जब Nawaz Sharif ने चौथी बार प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली। Election results में उनकी पार्टी को clear majority मिली और उन्होंने तुरंत economic reforms और regional peace को priority देने की बात कही।
India ने इस development को ‘internal matter’ बताया लेकिन analysts का मानना है कि इससे Indo-Pak dialogue को नई दिशा मिल सकती है। Nawaz Sharif पहले भी India के साथ बेहतर संबंधों की कोशिश कर चुके हैं और अब देखना यह है कि क्या वह इस बार breakthrough ला पाएंगे।